उसूलो पर जहाँ आंच आये टकराना जरूरी है
जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नज़र आना जरुरी है
थके हारे परिंदे जब बसेरे के लिए लौटें
सलीकामंद शाखों का लचक जाना जरुरी है
मेरे होंठों पर अपनी प्यास रख दो और फिर सोंचो
की इसके बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है ....
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ye tum pata nai kya ulta pulta likhte rehte ho
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